पर्वतो ने पिघलने से किया कब मना
पर न करे मैला, कोई गंगा को जहाँपना |
बादलो ने बरसने से किया कब मना
कोई झूम के बारिश में नाचे तो जहाँपना |
वृक्षों ने कटने से किया कब मना
लिखे तो कोई गीता फिर से जहाँपना |
पथरो ने रास्तो से, किया कब हटने से मना
पर न करे मैला, कोई गंगा को जहाँपना |
बादलो ने बरसने से किया कब मना
कोई झूम के बारिश में नाचे तो जहाँपना |
वृक्षों ने कटने से किया कब मना
लिखे तो कोई गीता फिर से जहाँपना |
पथरो ने रास्तो से, किया कब हटने से मना
पर कोई निकले तो इन रास्तो पर जहाँपना |
पूजा भक्ती करने से किया कब किसने मना
ह्रदय हनुमान, पर कभी राम तो मिले जहाँपना |
यह जान देने से किया किसने कब मना
पर इस जान की कोई कीमत तो हो जहाँपना |
पूजा भक्ती करने से किया कब किसने मना
ह्रदय हनुमान, पर कभी राम तो मिले जहाँपना |
यह जान देने से किया किसने कब मना
पर इस जान की कोई कीमत तो हो जहाँपना |
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