यूँ तो मैंने जाने अनजाने
दुखाया ही होगा हृदय
आपका एक नहीं कई बार |
"क्षमावाणी" की पावन संध्या पर
मन, वचन और काया से
कृप्या करें मेरी "उत्तम क्षमा" स्वीकार ||
दुखाया ही होगा हृदय
आपका एक नहीं कई बार |
"क्षमावाणी" की पावन संध्या पर
मन, वचन और काया से
कृप्या करें मेरी "उत्तम क्षमा" स्वीकार ||
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