हँसता हूँ, मैं रोता नहीं अब
दो घूंट आंसूयों के पीता हूँ जब |
क्रोध से चिल्लाता नहीं अब
हारें भी सह लेता हूँ सब |
शिकायत तुझसे करता नहीं रब
बातें खुद से करता हूँ अब |
दोष किसी को देता हूँ कब
दो घूंट आंसूयों के पीता हूँ जब |
क्रोध से चिल्लाता नहीं अब
हारें भी सह लेता हूँ सब |
शिकायत तुझसे करता नहीं रब
बातें खुद से करता हूँ अब |
दोष किसी को देता हूँ कब
किस्मत से फिट कर लेता हूँ सब |
फिर भी मरता नहीं, मैं लड़ता हूँ अब
रंग जीवन के देखता हूँ सब |
फिर भी मरता नहीं, मैं लड़ता हूँ अब
रंग जीवन के देखता हूँ सब |
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