सुन्दरता ! प्रभु का दिया गया वरदान
है क्या तुम्हारा योगदान ?
करो मत इस पर तुम अभिमान
क्यूंकि, इसको छीनेगा भगवान् ।
है नहीं ये तुम्हारी सम्पदा
उस ने दिया, तुमको यह उपहार
करो न इसको यूँ बेकार
करो इसका, आदर व श्रृंगार ।
ठहरे रहो न, लेके अब यह उपहार
जाओ जाके घिसो-तपो तुम
कोयला भी हो जाए सोना
जायो करो कुछ ऐसा चमत्कार ।
याद रखे कौन, क्या लाये तुम
गीत पर गवें उसी के बाधो-श्रावण
सृष्टी ने देखा जिसको
करते हुए खुद का नव निर्माण ।
खुद को कर लो ऐसे तैयार
यम को भी आये शर्म
जब आये वोह लेने
तुमसे तुम्हारा ये उपहार ।
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