एक ज्वालामुखी हम अपने अन्दर लिए फिरते हैं  
यूँ तो हर गली हर सड़क आजकल बम फटते हैं ।
यूँ तो आँखों में शोले और जुबां पे ज़हर रखते हैं
यूँ तो हर गली हर सड़क आजकल बम फटते हैं ।
यूँ तो आँखों में शोले और जुबां पे ज़हर रखते हैं
बस दिल के दरवाजे आजकल हम बंद रखते हैं । 
 
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