Friday, October 12, 2012

An Engineer...

आदमी तो हम भी थे 
बड़े काम के दोस्तों 
पर वक़्त की मार और
दो जून की रोटी ने
कम्भख्त Engineer बना दिया |
और हमें जीना सीखा दिया |

नाचते थे हम तो 
हृतिक से अच्छा 
देख जिसे हो जाता था 
हर कोई हक्का बक्का
पर क्या करें, रिश्तेदारों के सपनो ने
कम्भख्त Engineer बना दिया |
और हमें जीना सीखा दिया |

चावला जैसे थे
हमारे साथी संगी
उसके साहस ने उसे
cricketer बना दिया
और हमें मोहल्ले वालो के तानो ने
कम्भख्त Engineer बना दिया |
और हमें जीना सीखा दिया |

पसंद थी हमें
गली की एक लड़की
पर हमारी शायरी पर
उसकी माँ हमेशा भड़की
उसके प्यार ने
कम्भख्त Engineer बना दिया |
और हमें जीना सीखा दिया |

इतने वर्षो की गुलामी ने
हमको छका दिया
और अब हमने risk लेने
का मौंका गँवा दिया
अब तो इस किस्मत ने
कम्भख्त Engineer बना दिया |
और हमें जीना सीखा दिया |

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