Saturday, December 8, 2012

बोतल !

तू पिला मुझे खुल के कभी 
जानने को मुझे बोतल एक काफी है ।

यूँ तो तेरे मेरे बीच फासले काफी हैं 
कम करने को पर बोतल एक काफी है ।

यूँ तो शिकायतें हैं मुझे तुझसे आज बहुत
शिकायत न करने को पर बोतल एक काफी है ।

तेरे प्यार में खुमार अब वो कहाँ
खुमार को अब बोतल एक काफी है ।

अब तेरी जरूरत है इधर किसे
जीने को जब एक बोतल काफी है ।